अन्य मांस
अन्य मांस भारत में पशुधन के एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रकार का गठन करता है। ग्रामीण क्षेत्रों और ग्रामीण लोगों के विकास में योगदान के लिए इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। पूरे विश्व में एक पारिस्थितिकी के अनुकूल पर्यावरण में सतत विकास की भूमिका निभाने के लिए स्थानीय पहल से गुणवत्ता लेबल और चीज़ के लिए उन्नत उत्पादों के संवर्धन हेतु स्वाइन /सुअर, खरगोश, घोड़े, ऊंट, प्राइमेट्स आदि उपयोग में लाए जाते है।

उत्पादन के क्षेत्र:

उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र स्वाइन/ सुअर के मांस के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं।

इस उप-शीर्ष के अंतर्गत विशिष्ट उत्पाद इस प्रकार हैंः

स्वाइन/सुअर के कार्केस, हैम्स, कंधे और मांस के टुकड़े (ताज़ा और फ्रोज़न)
हड्डी सहित और हड्डी रहित स्वाइन/ सुअर का मांस (ताज़ा और फ्रोज़न)
घोड़े, गधे का मांस (ताज़ा और फ्रोज़न)
खरगोश का मांस और खाद्य मांस के छिछड़े (ताज़ा और फ्रोज़न)
प्राइमेट्स का मांस और खाद्य मांस के छिछड़े (ताज़ा और फ्रोज़न)
ऊंट और अन्य केमलाइड के खाद्य मांस के छिछड़े (ताज़ा और फ्रोज़न)

भारत तथ्य और आकड़ें :
यह देश दुनिया में अन्य मांस का सबसे बड़ा निर्यातक है। वर्ष 2022-23 में देश से विश्व भर में 701.80 मीट्रिक टन अन्य मांस का निर्यात किया गया जिसकी कीमत 16.93 करोड़/ 2.18 अमरीकी मिलयन डॉलर थी।


प्रमुख निर्यात गंतव्य (2022-23):भूटान